रमाकली एक बूढ़ी(old) गरीब महिला है, उसका इस दुनिया में कोई नहीं है, वह घूम-घूम कर भीख मांगती है और उसी से अपना गुजारा करती है, जो पैसे मिलते हैं, उसी से भोजन का इंतजाम करती है और कुछ पैसे बचा भी लेती है, बचे हुए पैसे वह अपने एक पुराने से बक्से में जमा कर देती है, एक दिन की बात है, वह भीख मांगकर अपनी झोपड़ी की तरफ वापस जा रही थी, तभी उसे एक बच्चे की रोने की आवाज सुनाई दी, उसने देखा सड़क के किनारे एक मासूम बच्चा खड़ा है, जो जोर-जोर से रो रहा था, वह बूढ़ी उसके पास गई और सर पर हाथ फेरकर चुप कराया उसे बच्चे पर दया आ गई और उसे गोद में उठाकर अपनी झोपड़ीनुमा घर में ले आई, अगले दिन उसने बच्चे को नहलाकर उसके लिए खाना बनाया और उसे अपने हाथों से बड़े प्रेम से खिलाया, बच्चे ने भी खुशी-खुशी खाना खाया, उसका भीख मांगने का समय हो गया था, बूढ़ी रमाकली ने सोचा बच्चे को घर में अकेला छोड़ना ठीक नहीं होगा इसलिए उसने बच्चे को अपने साथ ही ले लिया, भीख मांगते -मांगते वह एक कोठी पर पहुंची, उसने गेट खटखटाया कुछ देर बाद एक कीमती साड़ी पहने एक महिला बाहर आई भीख देने के बाद उसकी नजर उस बच्चे पर पड़ी उसे देखते ही र...