आधुनिक जीवन शैली की व्यस्तता में लोग इतने व्यस्त हो गए हैं कि वे अपने हेल्थ को भी इग्नोर कर देते हैं।व्यस्तता के कारण लोग बाहर के खाने को ही इंपोर्टेंस देते हैं,क्योंकि वे समझते हैं कि ऐसा करने से उनका कीमती टाइम बचेगा, किन्तु वे इस बात को इग्नोर कर देते हैं कि उनका हेल्थ संकट में पड़ सकता है। मार्केट में मिलने वाले फूडग्रेन में पेसि्टसाइड की कवांटिटी अधिक पाई जा रही हैं और मार्केट में बनने वाले फूड में मिलावट खोरी बढ़ गई है।मिलावटी फूड को खाना सीधे-सीधे अपने हेल्थ के संकट को इनवाइट करना है। क्योंकि मिलावटी फूड खाने और अशुद्ध पानी पीने से किडनी फेल्योर हो जाता है। किडनी फेल हो जाने के बाद व्यक्ति डायलासिस पर डिपेंड हो जाता है। यदि वह डायलासिस करवाता है तभी लाइफ साइकिल आगे बढ़ती है, अन्यथा नहीं।